नारायणपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले कुछ समय से आदिवासियों और मतांतरित ईसाईयों के बीच धार्मिक विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। ज्ञात हो इस वर्ष की शुरुआत में 1 जनवरी को ग्राम पंचायत एडका के आश्रित ग्राम गोर्रा में मतांतरित ईसाईयों द्वारा आदिवासियों से मारपीट की गई थी,जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने 2 जनवरी को विश्व दीप्ति स्कूल के प्रांगण में स्थित चर्च में तोड़फोड़ कर दी थी। यह मामला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद बमुश्किल शांत हो ही रहा था, कि अब गढ़बेंगाल और गरांजी के स्थानीय आदिवासियों द्वारा ग्राम के ही मतांतरित ईसाई परिवारों को महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के कार्यों में काम करने से रोका जा रहा है।
साथ ही तेंदूपत्ता तोड़ाई और गोदी खनन के कार्य करने से भी उन्हें रोका जा रहा है। पीड़ित परिवारों का कहना है कि यदि ऐसा रहा तो हमारे परिवार पर आर्थिक संकट आ जायेगा और इन सारी चीजों से हम मानसिक रूप से भी प्रताड़ित हो रहे हैं। गरांजी के 9 और गढ़बेंगाल के 8 पीड़ित परिवारों ने इस विषय पर ध्यानाकर्षण के लिए जिला कलेक्टर को 17 अप्रैल को ज्ञापन सौंपकर अपनी परेशानी से अवगत करवाया है।