रायपुर17 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया ने छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की सिंधी अकादमी के अध्यक्षों का सम्मान किया। दोनों ही पदाधिकारियों का सम्मान शदाणी दरबार तीर्थ में संत युधिष्ठिर लाल ने किया। इस मौके पर महाराष्ट्र सिंधी एकेडमी अध्यक्ष महेश सुखरमानी और छत्तीसगढ़ सिंधी एकेडमी अध्यक्ष राम गिडलानी मौजूद थे।
काउंसिल के छत्तीसगढ़ इकाई के प्रदेश अध्यक्ष ललित जैसिंघ ने बताया दो राज्य छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र जिसकी सीमा एक दूसरे से मिलती हैं। दोनों ही प्रदेशों के लोगों में रोटी-बेटी का संबंध है। कार्यक्रम में संत युधिष्ठिर लाल ने कहा- महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ सिंधी एकेडमी मिलकर सिंधी समाज के कल्याण का रोड मैप बनाएं। कैसे सिंधी समाज शिक्षा और स्वास्थ के क्षेत्र में आगे बढ़े इसकी योजना बनाई जा सकती है।
महाराष्ट्र से आए महेश सुखरमानी ने कहा दो माह पूर्व मुझे एकेडमी का अध्यक्ष महाराष्ट्र सरकार द्वारा बनाया गया । हमने एक योजना बनाई है , महाराष्ट्र सिंधी एकेडमी और छत्तीसगढ़ सिंधी एकेडमी संयुक्त रूप से सिंधी काउंसिल के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ प्रदेश के सिंधी समाज के युवाओं के लिए यूपीएससी की कोचिंग, ट्रेनिंग प्रोग्राम और वर्कशॉप आयोजित करेंगे।
महाराष्ट्र से आए सुखरमानी ने कहा- शदाणी दरबार तीर्थ में आकर मुझे सुख-शांति का अहसास हुआ। राम गिडलानी ने कहा लगातार हम समाज की बोली को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। सिंधी काउंसिल के अध्यक्ष ललित जैसिंघ ने कहा लगातार हम जनहित के कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। अब छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र जैसे राज्य मिलकर समाज के लिए कार्ययाेजना बना रहे हैं इसकी हमें खुशी है। कार्यक्रम में शदाणी दरबार के सचिव उदय शदाणी, शदाणी दरबार के प्रवक्ता नंदलाल साहित्य, शंकर नगर पंचायत के अध्यक्ष प्रहलाद शादिजा भजन दास तलरेजा समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।