पखांजूर-परलकोट क्षेत्र को धान का कटोरा माना जाता है,मगर टाटा धान्य सीड्स धान बीज कंपनी द्वारा किसानों के साथ उत्तम किस्म एवं हाइब्रिड धान बीज के नाम पर धोखाधड़ी किया गया है,मामला है गांव पिव्ही नं 24 का जहा कुछ ग्रामीणों ने टाटा धान्य सीड्स कंपनी का धान लगया था,सही समय पर खाद,दबाई का भी उपयोग किया मगर अब धान का बाली में बदरा दीखेने को मिल रहा है,अब किसानों के माथे पर चिंता सता रही है कि,बैंक से कर्ज लेकर फसल लगाए आखिर बैंक का कर्ज कैसे चुकाय और परिवार कैसे पाले,किसानों ने कहा कि अगर फसल नुकसान का मुआवजा नही मिला तो आत्महत्या जैसा कदम उठाने को मजबूर होना पड़ेगा,
छत्तीसगढ़ सरकार किसानों को लेकर बड़े बड़े दावे वादे करते है मगर हकीकत ओर कुछ है ,क्षेत्र में बीज कंपनी द्वारा किसानों को धोका देना कही न कही ऐ किसानो के साथ धोका हो रहा है,इससे पहले अन्य बीज कंपनी द्वारा परलकोट क्षेत्र के किसानों के धोखाधड़ी किया था,सवाल उठता है कि कृषि विभाग के अधिकारियों ने इस प्रकार की बीज को बिना जाच किये हुये बाजारों में बिकने का अनुमति कैसे देते है,इस प्रकार की कंपनी के धोखाधड़ी के कारण किसानों का सालभर के महेनत एवं पूंजी दोनों बेकार हो जाते है,परिवार चलाने का कोई रास्ता नही रहता है,इस कारण किसान आत्महत्या जैसा कदम उठाते है,अगर शासन प्रशासन द्वारा इस प्रकार कंपनी के ऊपर कड़ी कार्यवाही नही करती है,अन्नदाता कहे जाने वाले किसान बर्बादी के कगार पर पहुच जाएंगे, अगर कंपनी के ऊपर जल्द कार्यवाही नही होगी इसका असर
आनेवाले विधानसभा चुनाव में दिखाई दे सकते है।