कोंडागांव ब्यूरो दिलीप गंजीर
20 अक्टूबर देश के शहरी क्षेत्रो की तरहा ग्रामीण क्षेत्रो का विकास हो सके इसके लिए पंचायती राज की स्थापना की गईं लेकिन कोंडागांव जिले के फरसगांव विकास खण्ड की ग्राम पंचायत बड़ेओड़ागांव मे महिला सरपंच प्रमिला सिन्हा तो बना दी गईं लेकिन पंचायत के समस्त निर्माण कार्य सरपंच पति बसंत सिन्हा की निगरानी मे किये जा रहे है सरपंच पति ने सचिव बिसेन नाग के सहयोग से 15वे वित्त की राशि का निर्माण कार्य के नाम पर फर्जी प्रस्ताव व फर्जी बिल बनाकर लाखों रूपये की राशि को आहरण कर गवन किया गया है एवं सड़क निर्माण कार्य सहित अधूरे निर्माण कार्यों की गबन की राशि का बंदर वाट किया है, जिससे ग्राम पंचायत बड़े ओड़ागांव व छोटे ओड़ागांव के निवासियों मे भारी आक्रोश है जिसकी उन्होंने पूर्व मे शिकायत की लेकिन उक्त प्रकरण के लिए जो जाँच समिति ज़ब बड़ेओड़ागांव मे पहुंची तो सरपंच पति बसंत सिन्हा व सचिव के द्वारा उनके लिए दावत पार्टी रखी जिससे ग्रामवासियो मे उक्त जाँच समिति की कार्यशेली भ्रस्टाचार के मामले को लीपा पोती करते नजर आई जिससे जाँच समिति की औपचारिक कार्यवाही से ग्रामीणों का गुस्सा समिति के समक्ष फूट पड़ा व समिति का पुरजोर विरोध किया!
बड़ेओड़ागांव के ग्रामवासियो ने एक मत से कलेक्टर महोदय द्वारा जिला स्तरीय प्रशासनिक जाँच समिति गठित कर उक्त मामले की निष्पक्ष जाँच की मांग की!
ग्रामीण इस बात से भी आहत नजर आये की उच्च स्तर के जनप्रतिनिधियो की अनदेखी व उदासीनता इस भ्रस्टाचार को और भी बढ़ावा दे रहा है ग्रामीणों ने एक मत से
दोषी सरपंच प्रमिला नाग और सचिव बिसेन नाग से गवन की राशि की बसूली के अतिरिक्त अनुशासनत्मक कार्यवाही की मांग ग्रामीणों ने की!