जगदलपुर
बस्तर में अशिक्षा, बेरोजगारी और गरीबी का फायदा बाहरी लोग उठा रहे है… और नाबालिको बच्चो को पैसों का अधिक लालच देकर उनका अपहरण किया जा रहा है… या फीर कुछ बच्चे घर से नाराज होकर बिना बताए बाहर चले जा रहे है… बस्तर में आंकड़ो की बात करे तो आंकड़ा चौकाने वाला सामने आया है.. पुरे साल 2024 में जिले भर में 112 बच्चे लापता हो गये या यूं कहें उनका अपहरण कर लिया गया था..वंही इस मामले में बस्तर पुलिस ने बेहतर काम करते हुए अलग अलग राज्यो से 107 बच्चो का रेस्क्यू कर लिया है.. लेक़िन अभी भी 5 बंच्चे लापता है… लापता हुए बंच्चे कन्हा औऱ किस हालात में है ये किसी को नही पता..मगर लापता हो रहे बच्चो को लेकर सामाजिक संगठनों ने बड़ा सवाल उठाया है.. और कहा कि बाहर का कोई मानव तस्कर गैंग बस्तर में काम कर रहा है और हर तीसरे दिन एक-एक बच्चा लापता या अपहरण हो रहा है… ऐसे में सवाल यही है कि ऐसे जो भी लोग है जो बस्तर में बच्चो की तस्करी कर रहे है उनके खिलाफ कडी कार्यवाही की जानी चाहिये… क्योंकि बच्चे आने वाले समय में देश के भविष्य है.. और उन्हें लालच देकर या काम दिलवाने के बहाने तस्कर अपने कमीशन के लालच में बाहर के बड़े ठेकेदारों बेच रहे हैं .. जब उनके परिजनों द्वारा शिकायत की जाती है तो मामला सामने आता है… वंही बाहर से आने वालो लोगो पर पुलिस को कड़ी नजर रखने की आवश्यकता है…. वंही बस्तर पुलिस ने एक साल का जो आंकड़ा दिया है.. उसमे राहत जरुर मिली है.. गुम हुए 112 बच्चो में 107 बच्चों का रेस्क्यू महाराष्ट्र, तेलेंगाना, उडीसा,राजस्थान व अन्य राज्यो से किया गया है… बाकी अभी भी 5 बच्चे गुम या अपहरण की श्रेणी में रखा गया है…बहरहाल ऑपरेशन मुस्कान के तहत बस्तर में लापता या अपहरण हुए बच्चो का पुलिस द्वारा रेस्क्यू कर लिया गया है… लेक़िन कुछ बाहरी अपराधी आज भी पकड़ से बाहर है… जो चिंता जनक है।