अपनी ही सरकार की वादाखिलाफी और निकम्मेपन से कांग्रेस में बदहवासी का आलम – केदार कश्यप…
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के उस बयान पर तंज कसा है, जिसमें उन्होंने अगले विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर अंतिम फैसला हाईकमान द्वारा किए जाने की बात कही है। श्री कश्यप ने कहा कि पहले कांग्रेस यह तो तय कर ले कि टिकट देने का आधार आखिर होगा क्या?
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री कश्यप ने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहे हैं, अपनी सरकार की वादाखिलाफी और निकम्मेपन ने कांग्रेस में बदहवासी का आलम पैदा कर दिया है और अब कांग्रेस के लोग यह भी तय नहीं कर पा रहे हैं कि अगले चुनाव में टिकट किसको दें और किसको न दें? श्री कश्यप ने कहा कि ऊहापोह में डूबी कांग्रेस कभी विधायकों के परफॉर्मेंस को टिकट मिलने का आधार बताती है तो कभी कहती है कि पार्टी स्तर पर सर्वे के आधार पर टिकट दी जाएगी, फिर कहती है जो जिताऊ होगा, उसे टिकट दी जाएगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम ने अब कह दिया कि हाईकमान जिसे कहेगा, उसे टिकट दी जाएगी।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री कश्यप ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को अब 6 महीने का समय शेष है। प्रदेश कांग्रेस की सरकार ने कई दौर का सर्वे कराया है। संगठन के स्तर पर भी फीडबैक लिया जा रहा है। टिकट पर अंतिम निर्णय से पहले हाईकमान भी सर्वे कराता है और तब टिकट वितरण होता है। श्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता छत्तीसगढ़ प्रवास पर आते हैं और वे कहते हैं कि जिताऊ चेहरों को टिकट देंगे, यानी वे इस बात को मान रहे हैं कि कांग्रेस के मौजूदा विधायक जिताऊ नहीं रह गए, या जनता की नजर में फिसड्डी साबित हुए हैं। फिर प्रदेश अध्यक्ष मरकाम कहते हैं कि सर्वे के आधार पर टिकट देंगे, तो क्या कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को वह सर्वे याद है जिसमें जनता ने कांग्रेस विधायकों को शून्य नंबर दिया है। अब प्रदेश अध्यक्ष मरकाम कह रहे हैं कि हाईकमान फैसला करेगा।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री कश्यप ने कहा कि जब कांग्रेस का हाईकमान फैसला करेगा तो सर्वे की क्या जरूरत है? कुल मिलाकर, टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस के नेता अलग-अलग बयान देकर अपने ही कार्यकर्ताओं को कन्फ़्यूज़ कर रहे हैं। श्री कश्यप ने कहा कि टिकट वितरण की कोई स्पष्ट रणनीति कांग्रेस में नजर नहीं आ रही है। कितने विधायकों को टिकट मिलेगी, कितने विधायकों की टिकट कटेगी, इसको लेकर भी अनिश्चय की स्थिति से पूरी कांग्रेस जूझ रही है। कांग्रेस के अंदरखाने एक तरह से कोहराम मचा हुआ है कि टिकट वितरण का पैनामा क्या रहेगा और टिकट वितरण कौन करेगा?