जगदलपुर
(सांसद बस्तर )
आदिवासी बाहुल्य बस्तर में अब आदिवासियो को प्रथम पूज्यनीय गणेश पर्व नही मनाने का फरमान जारी किया है… और ग्रामीणो को धमकी भी दी गई कि अगर कोई भी गांव में गणेश बैठाता है तो उस पर 10 हजार 51 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा…इस फरमान के बाद अब ग्रामीणों में एक भय देखा जा रहा है.. वंही इस मामले की जानकारी लगते ही बस्तर सांसद महेश कश्यप ग्रामीणों से मिलने जेबेल गांव पहुंचे और ग्रामीणों से मिल कर उन्हे आश्वासन दिया कि गणेश जी की पुजा करने के लिए किसी से डरने की कोई जरूरत नहीं साथ ही हर परिस्थिति में ग्रामीणों की साथ देने की बात कही है और जो भी ऐसे लोग हैं जो इस प्रकार का फरमान जारी कर आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं उन पर कानूनी कार्यवाही करने की बात कही है.. जी हां मामला बकावण्ड ब्लाक के जेबेल पंचायत का है जहां 9 अगस्त के आदिवासी दिवस में वँहा कुछ लोगो द्वारा आदिवासियों को राखी पर्व और गणेश पर्व नही मनाने का आदेश दिया था..और आसपास के 14 पंचायतों को फरमान जारी कर कहा था कि जो भी यह पर्व मनाएगा है उस पर 10 हजार 51 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा…ये भड़काने का काम और गांव में ग्रामीणों के बीच इस तरह की भ्रामक प्रचार प्रसार किसने किया इसकी जानकारी ग्रामीणों को नंही है… लेकिन आदिवासियों के पूज्यनीय बूढ़ा देव याने कि शिव जी और उनके पुत्र गणेश जी की पूजा पूरा गांव करता हैं लेकिन गणेश चतुर्थी पर्व को नही मनाने के फरमान के बाद ग्रामीण डरे सहमे है और इसकी जानकारी बस्तर सांसद को दी गई
वंही इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सांसद बस्तर ने आदिवासी परम्परा को खत्म करने वालो पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने का आदेस पुलिस प्रशासन को दिया है साथ ही कहा कि ग्रामीणो के बीच जो इस प्रकार फ़रमान जारी करने वाले लोगो की पहचान भी की जा रही है.. आस्था का पर्व व बूढ़ादेव को मानने वाले ग्रामीणों को उनके पुत्र गणेश जी की पूजा करने में रोकने वालो की अब खैर नही होगी।