जगदलपुर शहर के 48 वार्डों में सफाई से लेकर पीने के पानी को लेकर वार्ड के लोग हलाकान है… एक ओर जंहा बारिश में निगम की ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी है तो वंही नगर विकास के नाम पर महापौर ने बिना सलाहकार समिति के बैठक किये ही महापौर ने आनन फानन में एमआईसी की बैठक करवा दी है जबकि ये नियम विपरीत है और शहर के आधा दर्जन ऐसे वार्ड है जो बारिश में जल मग्न हो गया था लेकिन इन वार्डो में रहने वाले लोगो की समस्या देखना तो दूर उनकी समस्या पर कोई राहत तक देने की बात तक नही की गई और जो शहर विकास और समस्या को पूरा करने के लिए महापौर ने अपनी मनमानी करते हुए बिना सलाहकारों की बैठक किये बगैर ही एमआइसी की बैठक कर लिया गया जो कि गलत है अब आगे कुछ माह में नगरीय निकाय चुनाव के लिए शेष समय रह गया है और कांग्रेस की नगर सरकार में किये गए कार्यो पर महापौर निधि में भी बड़ा खेल किया गया था..और इस मामले में अब तक कोई जांच भी नही होना ये बड़ा सवाल है वंही शहर के कई वार्डो में हो रहे जलभराव को लेकर काँग्रेस सरकार द्वारा करोडों रुपये की स्वीकृति भी दी गई थी लेकिन नगर में सरकार बदलते ही उन कामो के फाइलो को रोक दिया गया और उन करोडों रुपये के कार्यो को भाजपा वार्डो में दे दिया गया और कांग्रेस के ऐसे कई वार्ड है जो आज भी बड़ा नाला नही होने से वार्डो में जनता को दो चार होना पड़ रहा है और इन समस्याओं को देखने किसी भाजपा पार्षद ने भी हिम्म्त नही जुटाई
ऐसे में महापौर दल की राजनीति करने में आतुर है और उन्हें जनता की समस्यओं से कोई लेना देना नही है अब महापौर द्वारा बुलाये गए एमआईसी किन विषयो में रखी गई और किस काग्रेस पार्षद के वार्ड की समस्याओ को रखा गया अब जनता ये भी साफ देख रही हैं कि वार्डो में विकास के नाम पर आने वाले करोडो रुपये का कैसे बंदरबांट किया जा रहा है..अब कांग्रेस पार्षद व सांगठन जनता के साथ है और निगम में होने वाले सामान्य सभा मे वे सभी मुद्दे उठाये जाएंगे जो सीधे जनता से जुड़ी है महापौर सफिरा साहू उनके एमआइसी टीम सहित निगम प्रशासन से जनता के सवाल पूछे जाएंगे और महापौर को जवाब देना पड़ेगा।।