मीना बाजार को “उत्तर प्रदेश में हाथरस की घटना” बाद जारी केंद्रीय गाइडलाइन के विरुद्ध जारी अनुमति को निरस्त कर सुरक्षित स्थानों में स्थानांतरण करने एवं जीएसटी जांच की मांग
जनता कांग्रेस जे पार्टी ने संभागीय अध्यक्ष नवनीत चांद के नेतृत्व में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जीएसटी उपयुक्त को सौपा ज्ञापन
राज्य सरकार एवं प्रशासन द्वारा, उचित कार्रवाई न किए जाने पर, पार्टी द्वारा उच्च न्यायालय में लगाया जाएगा जनहित याचिका
जगदलपुर।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ पार्टी ने संभागीय अध्यक्ष नवनीत चांद के नेतृत्व में दंतेश्वरी मंदिर परिसर में लगने वाले मीना बाजार को सुरक्षित स्थान में स्थानांतरित करने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर आज ज्ञापन सौपा गया है। ज्ञापन में भारी यातायात दबाव स्थल, दंतेश्वरी मंदिर परिसर के समक्ष असुरक्षित स्थल पर लगे मीना बाजार को “उत्तर प्रदेश में हाथरस की घटना” के पश्चात जारी केंद्रीय गाइडलाइन के विरुद्ध जारी अनुमति को निरस्त कर,अन्य सुरक्षित स्थानों में स्थानांतरण करने की मांग की गई है इसके अलावा सुरक्षा एवं सावधानी बरतने को लेकर बस्तर दशहरा पर्व समाप्त होने के पश्चात संचालन की मांग कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक को सौपे गए ज्ञापन के माध्यम से की गई है। तो वही जीएसटी उपायुक्त बस्तर को मिलकर, जीएसटी की जांच की मांग रखी गई
ज्ञात होगी कि दंतेश्वरी मंदिर परिसर में लगाए जाने वाले मीना बाजार को लेकर विरोध एवं सवाल उठते रहे हैं जनता कांग्रेस ने बताया कि इससे पहले भी मीना बाजार को लेकर पार्टी द्वारा गंभीर सवाल जनहित मुद्दे को लेकर उठाया जा चुका है। उक्त ज्ञापन को लेकर पार्टी के संभागीय अध्यक्ष नवनीत चांद ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि बस्तर का दशहरा विश्व विख्यात दशहरा में से एक है! और साथ में नवरात्रि का पवन पर्व, भी संचालित है! ऐसे में बस्तर दशहरा स्थल ( मां दंतेश्वरी मंदिर परिसर) संपूर्ण बस्तर एवं छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु व पर्यटक हजारों लाखों की संख्या में दशहरा स्थल के समक्ष एकत्रित होते हैं! विगत आयोजनों में यह देखा गया है कि, भीड़ को नियंत्रित करने एवं यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने में, जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग को भारी मशक्कत करना पड़ता है, इसका प्रमुख,कारण खुली जगह की कमी, एकल सड़क, पार्किंग के लिए बड़ा मैदान ना होने के चलते, आसपास के सड़कों में खड़ी वाहनों के चलते रास्ते और संकीर्ण हो जाते हैं! आपको विदित हो की, इन विषयों को देखकर, वर्ष 2023 में बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा एवं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे द्वारा जनहित में बस्तर कमिश्नर को पत्र लिखकर, संपूर्ण समस्याओं से अवगत करा, मीना बाजार के संचालन के लिए अन्य किसी सुरक्षित स्थान को चिन्नअंकित करने की मांग रखी थी! क्योंकि मीना बाजार दशहरा, कार्यक्रम का अंग नहीं है!
चांद ने आगे कहा है कि, तब उस समय संज्ञान लेते हुए बस्तर कमिश्नर ने बस्तर जिला कलेक्टर को पत्र लिख, संपूर्ण मामले की जांच करवा विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी! विडंबना है कि आज पर्यंत तक प्रशासनिक रूप से उसे रिपोर्ट को कमिश्नर कार्यालय में जमा नहीं करवाया गया, और पुनः रिपोर्ट के अभाव में, उत्तर प्रदेश में घटित हाथरस मैं हुई 121 लोगों की मृत्यु वाली घटना के प्रमुख कारण को नजर अंदाज करते हुए, सिटी मजिस्ट्रेट जगदलपुर द्वारा, दशहरा स्थल के करीब, मीना बाजार संचालन के अनुमति पुनः प्रदाय कर दी गई है! जो एक सुरक्षा के दृष्टिकोण से बेहद चिंतनीय विषय है।
इस विषय मे जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे एवं बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा वर्तमान मीना बाजार संचालन स्थल की अनुमति को निरस्त करने हेतु निम्नलिखित बिंदु को माध्यम अपनी मांगों को सामने रखा है :-
(1) देश के उत्तर प्रदेश में हुई हाथरस मे सतसंघ मे की घटना मे 121 लोगो की मृत्यु के पश्चात, प्रत्येक राज्य सरकारों के द्वारा,एस ओ पी जारी किया गया था!जिस के तहत,किसी भी बंद स्थल मे सभा या बाजार के संचालन की अनुमति हेतु, बाजार स्थल का फूल ले-आउट, प्रवेश -निकासी के कई द्वार, दुकानों की संख्या, बाजार मे संचालित आइटम का नाम, प्रति घटे एक साथ बाजार स्थल मे लोगो के घूमने की क्षमता, पार्किंग, ग्रीन कोरिडोर,कार्यक्रम से संबंधित विभागों में समन्वय, जिला प्रशासनिक समिति का स्थल निरीक्षण,एवं किसी भी प्रकार की घटना- दुर्घटना का आकलन रिपोर्ट,जैसे कई सुरक्षा के मापदंड के अंतर्गत दस्तावेज जमा करना अनिवार्य , तो फिर मीना बाजार संचालक को अनिवार्य दस्तावेज जमा न करने पर भी प्रशासनिक अनुमति दी गई है! जिसे तत्काल निरस्त किया जावे अन्यथा दशहरा पर्व के पश्चात संचालन की अनुमति दी जावे !
(2)बस्तर निगम -जिला प्रशासन द्वारा,राज्य के अन्य जिलों जैसे रायगढ़, कुनकुरी प्रशासन द्वारा सरकारी मैदाने में, मीना बाजार की अनुमति दे, लाखों रुपए का राजस्व, शासन के पास जमा करवा जा रहा हो, तो ऐसे मे बस्तर जिले में, सुरक्षित सरकारी मैदान होने के पश्चात भी, दशहरा स्थल के समक्ष भारी भीड़ और सिंगल सड़क के चलते भारी यातायात दबाव के बीच, प्रशासनिक स्वीकृति के सुरक्षा मापदंड विहीन निजी स्थल पर मीना बाजार की अनुमति वर्षों से देना जांच का विषय
(3)मीना बाजार पूर्णता व्यवसायिक प्रयोजन, बस्तर दशहरा के प्रथा या धार्मिक आयोजन न कोई अंग, ना दशहरा समिति को आयोजन हेतु कोई आर्थिक लाभ, तो लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा से समझौता किया जाना चिंतनीय विषय!
(4)राज्य के अन्य जिलों में, संचालित मीना बाजार में प्रवेश गेट निशुल्क, तो अनुसूचित जनजाति क्षेत्र एवं बस्तर दशहरा को देखते हुए, मीना बाजार संचालक का प्रवेश राशि वसूलना गैर वाजिब इसे बंद करने की मांग ।
(5)मौत का कुंआ बस्तर संभाग के कांकेर जिले में प्रतिबंध है! तो बस्तर जिले में भी प्रतिबंधित किये जाने की मांग ।
(6) मीना बाजार संचालक द्वारा,बाजार में अलग से लग रहे बाजारों की संख्या, एवं व्यवसायिक नाम, नक्शा नहीं दिया गया है! जिसे केंद्र एवं राज्य की जीएसटी प्रति दुकान बिलिंग की स्थिति स्पष्ट नहीं है! जिसकी जांच जरूरी है!
(7)मीना बाजार में संचालित,झूले का फिटनेस सर्टिफिकेट इंश्योरेंस एवं खाद्य खाद्य व्यवसाय करने वालों फसाई लाइसेंस जांच करने की मांग!
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे कहा यदि प्रशासनिक स्तर पर, जनहित के मुद्दे पर सुनवाई नहीं होती है! माननीय उच्च न्यायालय में पार्टी द्वारा जनहित याचिका लगाई जाएगी, इस दौरान जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के पदाधिकारी के रूप में, जगदलपुर विधानसभा अध्यक्ष संतोष सिंह, जगदलपुर विधानसभा महामंत्री नीलकंठ दास, चित्रकूट विधानसभा महामंत्री कमल बघेल एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित है!