– किसानों ने की कंपनी पर कार्यवाही एवम मुवावजे की मांग…
कोंडागांव से एक बार फिर बड़ी खबर सामने आई है। एक बार फिर कोंडागांव में अमानक बीज का प्रभाव देखने को मिला है।जहां माकडी विकासखंड के रांधना क्षेत्र के सैकड़ों किसानो ने अपने खेतो के लिए अच्छी फ़सल के उत्पादन हेतु दुकानदारों के झूठे आश्वासन में आकर वायदो से प्रभावित होकर वयगर (Vigour) कंपनी की चंचल हाइब्रिड धान के बीजों को लेकर खेती आरम्भ की थी। अब धान की बालियां तो पक चुकी है और कटाई के लिए तैयार है। पर धान की बालियाँ खराब होकर खेतों में ही झड़ जा रही है और बड़ी बात यह है कि 50% (प्रतिशत) धान की बालियां बदरा (पोल) हो गई है।जिससे किसान अपने आपको ठगा महसूस कर रहा है। उनकी वार्षिक फ़सल चौपट होने की वजह से उन्होंने अपनी समस्या मिडिया के समक्ष रखी और अब मीडिया से गुहार कि की वे उनकी मदद करें, ताकि उनकी तरह किसी और किसान के साथ ऐसी घटना न हो।
आपको बता दे कि रांधना क्षेत्र के सैकड़ों किसानों ने इस बीज को लगाया था और सभी किसानों के खेतो में लगे धान की स्थिति यही है। कुछ किसानों के द्वारा फरसगांव एवम माकड़ी थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई गई है। किसानों ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि जब वे बीज की खरीदी करने गए तो क्षेत्र की दुकानों मे बाहर के कम्पनियो के आए हुए सेल्समेनों ने उन्हें गुमराह करते हुए कहा कि जिस बीज की वे मांग कर रहे थे वे उन्हें उससे भी अधिक अच्छे बीज देंगे जो कि उससे 100% (प्रतिशत) ज्यादा अच्छी होगी।अच्छी फसल का झांसा देकर अधिक मुनाफा कमाने के लिए उन्होंने इस क्षेत्र के भोले-भाले आदिवासी किसानो के साथ धोखाधड़ी कर उन्हें ठगा। किसानों ने आगे बयान देते हुए मांग कि की उन्के साथ हो रहे धोखे के बाद भी कृषि विभाग कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है और आंखों पर काली पट्टी बांधकर कुंभकर्णी नींद में है। किसानों ने आगे मांग रखते हुए कहा कि जल्द से जल्द उन कंपनियों पर कार्यवाही की जए ताकि दूसरे किसानों को को इन खराब बीज वाली कम्पनियों का शिकार न होना पड़े।
अब देखने वाली बात यह हो जाती है कि क्या कृषि विभाग इस कुंभकर्णी नींद से जागेगी??? और क्या वह इन अमानक बीज वाली कंपनियों पर किसी प्रकार की कार्यवाही करेगी???
कोंडागांव से दिलीप गंजीर की रिपोर्ट…