जगदलपुर- करवा चौथ का व्रत करने वाली महिलाएं ईश्वर से अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। इसके बाद पूरे दिन निर्जला रहकर शाम में शुभ मुहूर्त में विधि विधान पूजा करती हैं। साथ ही करवा चौथ की कथा सुनती हैं। धार्मिक मान्यताओं अनुसार कोई भी व्रत कथा के बिना अधूरा माना जाता है। ऐसी मान्यता हैं कि निर्जला व्रत रखने से पति को लंबी आयु का वरदान मिलता है. इस व्रत में सुहागिन महिलाएं शाम के वक्त कथा सुनने के पश्चात चांद को देखने के बाद छलनी में पति का चेहरा देखती हैं और इसके बाद पति के हाथों से पानी पीती हैं और उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं
पूज्य सिन्धी पंचायत की महिला विंग सुहिणी सोच की अध्यक्षा नीलम बसन्तवानी ने जानकारी दी करवाचौथ व्रत रखने वाली सभी महिलाओं को माता करवा की कथा सुनना होता है इस कथा को सुनने के साथ ही सभी महिलाएं अपनी पूजन थाली को एक दूसरे के हाथों आगे बढ़ाते हुवे यह पूजन करती है हमारे सिन्धु भवन में हर वर्ष की तरह इस बार भी करवाचौथ मनाया गया समाज की सभी महिलाओं के साथ अन्य महिलाओं ने भी इस पूजन में शामिल हुवे, सभी को प्रसाद वितरण किया गया।*
सिन्धी समाज की पूजन व्यवस्था प्रभारी चंद्रा देवी नवतानी ने सभी महिलाओं को करवा माता रानी की कथा सुनाकर पूजन करवाया साथ ही सभी महिलाओं को आशीष देकर समाज हित मे माता करवा से आशीर्वाद लिया।
*करवा माता रानी की कथा*
ओम् जय करवा मैया, माता जय करवा मैया
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया
ओम् जय करवा मैया
सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी
यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्राणी
ओम् जय करवा मैया।
सुहिणी सोच की सचिव भारती लालवानी ने बताया सिन्धु भवन में करवाचौथ के कार्यक्रम को रोचक बनाने हेतु दमसास खेल का आयोजन भी किया गया इस खेल में महिलाओं ने सिन्धी समाज से जुड़े हुवे सवालों पर एक्ट कर पुरस्कार जीता। सिन्धी समाज से सभी महिला पदाधिकारियों सहित सुनीता दुल्हानी, अमृता मूलचंदानी, बबिता दुल्हानी, अन्नू मोटवानी, वर्षा राजपाल, हर्षा वासवानी, सानवी मेठानी, रिया वासवानी, कोमल नागदेव, सुमन दुल्हानी, जानवी वाधवानी, नीतू वाधवानी उपस्थित रहे