ग्रामीणोंने बताया कि आयतु पूनम को सुनाई नहीं देता था…
परिवार में कोई नहीं होने की वजह से दूसरे परिवार ने आसरा दिया था…
– जिला मुख्यालय के थाना नेमेड क्षेत्र अंतर्गत कैंप रेड्डी से डीआरजी की टीम गश्त पर निकली थी । ग्राम के गुड़ापुर और कचलावारी आसपास पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई । मुठभेड़ में एक माओवादी घायल दो माओवादी पकड़े जाने की खबर वही एक माओवादी मारे जाने की खबर सुबह बीजापुर पुलिस के द्वारा मिली थी ।
– मृतक ग्रामीण आयतु पूनम गुंडापुर नयापारा गांव का रहने वाला था । ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार आयतु के परिवार में अब कोई नहीं बाकी है । परिवार पर एक कॉल आया टीवी का और पूरा का पूरा परिवार खत्म हो गया । गांव में ही रहने वाले बुधराम पूनम ने आयतु पूनम को आश्रय दिया क्योंकि वह उनके दूर के रिश्तेदार व ग्रामीण थे । ग्रामीणों ने बताया कि आयतु कल भी अपने घर में सो रहा था सुबह जब ग्रामीण नींद से जगे तो उन्होंने अपने आसपास जवानों का गिरा पाया ग्रामीणों में भगदड़ मची हुई थी । सारे ग्रामीण यहां वहां भाग रहे थे । वही आयतु जो वह कुछ समझ पाते तब तक उन्हें पैर में गोली लग चुकी थी । मिली जानकारी के अनुसार आयतु को सुनाई नहीं देता था । (भेरे थे) गांव से पहुंची महिलाओं ने बताया कि गांव में सुबह-सुबह पुलिस पहुंच चुकी थी और लोगों को पकड़ना शुरू कर दिया था लगभग 19 लोगों को पुलिस पकड़ कर बीजापुर लाई है।
– जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने बताया कि 19 लोगों को पुलिस पकड़ कर ले कर आई है मंगू ऑयम, बुद्धराम, बचलु,बदरू,गुडू,मुन्ना पुनेम,कमलू,सन्नू,सन्तोष,मीतू,रमेष, जितेंद्र, सुखराम, पायलु,राजू,पन्द्रू,सुखराम,लछलु टेलम ,आदि नाम है । जिन्हें पुलिस पकड़ के ले आई हैं। परिजनों ने बताया कि भगदड़ के बाद युवकों को पकड़ रही थी उनसे नाम पूछ रही थी । पांच को जेल भेज रही हैं पुलिस ।
-गाँव गुंडापुर से आय ग्रामीण परिवर्तित नाम गुड्डू ने बताया कि सुबह-सुबह पुलिस गांव में पहुंची पहुंचकर लोगों को पकड़ने लगी । इसी दौरान गोलियां भी चली । आयतु पूनम जिन्हें कानों से सुनाई नहीं देता था वह वहीं खड़े रहे । उनके घुटने के ऊपर गोली लगी और वह वहीं खड़े थे जहां पुलिस ने उसे पकड़ा और नदी तक खाट में लिटा कर पैदल लेकर आए । नदी के बाद उसे झिली में लपेट कर मृतक बता कर लेकर आए बड़ा दुखद है मेरा अनुभव की मैंने आयतु को जीवित देखा था । जब पुलिस पकड़ी थी ।
-एडिशनल एसपी चंद्रकांत गवर्नर बीजापुर इस संबंध में जब दूरभाष पर उनसे वाइट के लिए पूछा गया तो कुछ उच्चय अधिकारियों का हवाला देते हुए कुछ भी कहने मना कर दिया ।