राजनांदगांव19 मिनट पहले
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अप्रैल में गर्मी अपने रिकार्ड स्तर पर है। बीते चार दिनों से अधिकतम तापमान 43 डिग्री पर स्थिर है। वहीं उत्तर पश्चिम की गर्म हवा से भी लू चलने जैसे हालात है, लेकिन अगले कुछ दिनों तक मौसम में बदलाव की संभावना है। मौसम विभाग ने बारिश के भी संकेत दिए हैं।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से नमीयुक्त हवा आ रही है। इससे प्रदेश के कुछ हिस्से में हल्की वर्षा व गरज चमक के साथ छींटें पड़ने की संभावना है। इस सिस्टम से अधिकतम तापमान में गिरावट की संभावना बनी हुई है। इससे लोगों को आने वाले दिनों में गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है। हालाकि उमस की स्थिति बरकरार रहेगी। इधर भीषण गर्मी का असर जनजीवन पर भी पड़ने लगा है।
दोपहर में शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा है। सुबह 8 बजे से ही तेज धूप की स्थिति निर्मित हो रही है। बीते पांच साल में अप्रैल में पहली बार अधिकतम तापमान ने 43 डिग्री के स्तर को छूआ है। इससे मई में गर्मी का कहर और बढ़ सकता है। गर्म हवा और तेज गर्मी लोगों के सेहत पर भी विपरीत असर डाल रहा है। इन दिनों मौसमी मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। बढ़ती गर्मी को देखते हुए शासकीय व निजी स्कूलों की टाइमिंग में भी आंशिक बदलाव किया गया है।
संचालनालय ने आदेश जारी कर एक पाली में संचालित होने वाली स्कूलों की टाइमिंग सुबह 7 से 11 और दो पाली में संचालित होने वाले स्कूल के लिए दूसरी पाली की टाइमिंग सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक करने का निर्देश दिया है।
यह आदेश 20 से 30 अप्रैल तक लागू रहेगा। हालाकि ज्यादतार पालक भीषण गर्मी को देखते हुए स्कूलों की छुट्टी घोषित करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन निजी स्कूलों की मनमानी जारी है।
भू-जल स्तर गिर रहा है जलाशय भी सूखने लगे
तेज धूप और गर्मी का असर जल स्तर पर भी पड़ रहा है। जिले के ज्यादातर हिस्सों में भूजल स्तर में बड़ी गिरावट दर्ज हुई है। इसके चलते हैंडपंप और बोर की धार पतली हो गई है। इधर वाष्पीकरण के चलते जलाशयों के जलस्तर में भी तेजी से गिरावट आ रही है। हालाकि जिले के प्रमुख जलाशयों में वर्तमान में 50 फीसदी से अधिक पानी मौजूद है। इससे विभागों को राहत है। लेकिन ग्रामीण इलाकों में एनीकट और छोटे तालाबों के सूखने की वजह से निस्तारी का संकट भी खड़ा हो रहा है। डिमांड के मुताबिक इसे जलाशयों से रिचार्ज भी किया जा रहा है।