कबीरधाम17 मिनट पहले
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इस गांव में आज तक नहीं बनी पक्की सड़क।
कबीरधाम जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत प्रभाटोला का आश्रित ग्राम परसहा आज भी बुनियादी सुविधाओं से महरूम है। यहां आजादी के 76 साल के बाद भी पक्की सड़क नहीं है और लोग कच्ची सड़क से आने-जाने को मजबूर हैं, जिसकी हालत बरसात के दिनों में और दयनीय हो जाती है।
परसहा गांव के अंदर एक भी पक्की नालियां तक नहीं हैं। बारिश के दिनों में सारी नालियां लबालब हो जाती हैं और उसका पानी सड़क पर बहने लगता है, जिसकी वजह से गांववालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नालियों से आती बदबू और गंदगी से भी लोग परेशान हो जाते हैं। वहीं कच्ची सड़क पर कीचड़ ही कीचड़ फैल जाता है, जिस पर चलना मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने कई बार शासन-प्रशासन से पक्की सड़क और नालियों की मांग की, लेकिन किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया।
अमृत मिशन योजना के तहत दिए जा रहे कनेक्शन का भी बुरा हाल।
पेयजल के लिए भी तरस रहे हैं लोग
वहीं गांव में कहने के लिए तो 3 हैंडपंप हैं, लेकिन इस भीषण गर्मी में तीनों में से कोई काम नहीं कर रहे। लोग पीने के पानी और निस्तारी के लिए गांव के बाहर के बोर से पानी ढोकर ला रहे हैं। गांव में नल जल योजना का कनेक्शन तो बिछाया जा रहा है, लेकिन ठेकेदार की मनमानी इस कदर हावी है कि घर के आंगन या बाड़ी की जगह बीच सड़क पर कनेक्शन दे रहे हैं। प्लेटफॉर्म का निर्माण भी बहुत छोटा कर रहे हैं।
गलियों में न तो पक्की नालियां और न सड़क।
पीएचई के अधिकारियों की लापरवाही के कारण ठेकेदार मनमाने तरीके से जल जीवन मिशन योजना में खानापूर्ति करते नजर आ रहे हैं। वहीं क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया है, तो वहीं कलेक्टर ने गांव का मूल्यांकन कर जल जीवन मिशन के तहत निर्माण कार्य की जांच कराने का आश्वासन दिया है।
हैंडपंप से नहीं आ रहा पानी।
कुंडा तहसील क्षेत्र में भी सड़कों का बुरा हाल
महीनेभर पहले हुई बेमौसम बरसात ने भी जिले की कुंडा तहसील क्षेत्र में अव्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी थी। ज्यादातर ग्रामीण अंचल की पीएम और सीएम सड़क योजना के अंतर्गत बनाई गई सड़क बारिश के कारण खराब हो गई थी। गड्ढों में पानी भर गया था और लोगों का रास्तों से होकर गुजरना मुश्किल हो गया था।