जगदलपुर
बकावंड। राष्ट्रव्यापी उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत विकासखंड बकावंड में शिक्षा से वंचित असाक्षरों को साक्षर करने हेतु कलेक्टर विजय दयाराम के तथा जिला सीईओ प्रकाश सर्वे, जिला शिक्षा अधिकारी बी आर बघेल, साक्षरता जिला परियोजना अधिकारी राकेश कुमार खापर्डे, साक्षरता डीएलसी प्रभारी चंद्रकांत पाणिग्रही के मार्गदर्शन में एक दिवसीय ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण 12 सितंबर को बीआरसी भवन बकावंड में सम्पन हुआ। प्रशिक्षण जिला साक्षरता प्रभारी चन्द्रकांत पनिग्राही, विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्रीनिवास मिश्रा, जिला के मास्टर ट्रेनर अनंत देवांगन एवं श्रद्धा देवांगन की उपस्थिति में उपस्थिति में हुई । विकास खंड बकावंड के सभी 42 संकुल से सीएसी -शिक्षक कुशल प्रशिक्षक के रूप मे उपस्थित हुए। विकास खंड स्रोत व्यक्ति के रूप में जिला स्तर से प्रशिक्षित l धनंजय बामने, विरंचय बघेल, गंगाराम बघेल, मोहित पाण्डेय, श्रीमती निशा साहू, श्रीमती अनिता कश्यप, श्रीमती चंद्रकला नाग, श्रीमती अंजना चंदेल, कु. नीलावती कश्यप के द्वारा प्रशिक्षण में एक एक विषय पर विस्तृत रूप से बताया गया कि उल्लास कार्यक्रम का क्रियान्वयन प्रत्येक ग्राम पंचायत में संचालित साक्षरता केंद्र के स्वयं सेवी शिक्षकों द्वारा असाक्षर व्यक्तियों को 200 घंटे अध्यापन की व्यवस्था संचालित की जानी है। साक्षरता के महत्वपूर्ण पांच घटक – बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान, महत्वपूर्ण जीवन कौशल,व्यावसायिक कौशल, बुनियादी शिक्षा, सतत शिक्षा पर विस्तृत चर्चा की गयी | राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार जन-जन साक्षर करने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए स्वयं सेवी शिक्षकों के माध्यम से शिक्षार्थियों तक पहुंचना है। स्वयं सेवी शिक्षक के रूप में कक्षा दसवीं एवं बारहवीं के अध्यनरत विद्यार्थियों को साक्षरता कार्यक्रम में जुड़कर अध्यापन कार्य करने पर 10 अंक बोनस का प्रावधान है।
विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्रीनिवास मिश्रा ने ब्लॉक के सभी शिक्षकों को इस पुनीत कार्य को पुरे निष्ठा पूर्वक करने हेतु प्रेरित किया।