कहा समाज के कोई व्यक्ति ने नही किया तीज त्यौहार गणेश उत्सव व संस्कृति पर टिप्पणी,
बकावंड विकास खंड के ग्राम पंचायत जैबेल 02 में हायर सेकंडरी स्कूल प्रांगण में 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस समारोह सर्व आदिवासी समाज के द्वारा बड़ी ही धुम धाम से मनाया गया।
जिसमें आसपास के पुरे 18 पंचायत के लोग शामिल हुए काफी भीड़ रही पहली बार क्षेत्र में ऐसा कार्यक्रम रखा गया तों जनमानस में खुशी देखने को मिला..लेकिन सब कार्य समापन होने के कुछ दिन बाद जेबेल गांव के आदिवासी समाज के कुछ लोगो ने सुनी सुनाई बातो को लेकर मीडिया में बयान दिया की गांव में गणेश चतुर्थी पर्व मानने पर 10 हजार 51रुपए का जुर्माना लगेगा जिसे लेकर समाज के लोगो ने नाराजगी व्यक्त की है और जिसने मीडिया में बयान दिया था उसने भी गांव के समाज प्रमुखों के सामने अपनी दिए बयान का खण्डन कर कर कहा की सुनी सुनाई बातो को लेकर बयान दिया गया था
…वंही आदिवासी समाज के स्थानीय लोगो का कहना है कि उक्त कार्यक्रम में शामिल हुए समाज प्रमुख व्यक्तियों द्वारा सार्वजनिक रूप गणेश स्थापना करना और रक्षा बंधन पर्व को नही मानने को लेकर किसी भी प्रकार का कोई फरमान जारी नही किया गया था लेकिन जेबेल पंचायत के समाज के ही कुछ लोगो द्वारा दिए बयान को लेकर समाज प्रमुखों द्वारा जेबेल पंचायत में बैठक आयोजित किया गया तथा आयोजन समिति एवं समाज प्रमुख व्यक्तियों द्वारा इन सब बातों को खंडन किया गया। और कहा की जेबेल पंचायत में आयोजित कार्यक्रम में गणेश स्थापना व रक्षा बंधन पर्व को लेकर कोई बात नहीं हुई है जेबेल पंचायत के समाज के ही लोगो द्वारा दिए गए बयान का खंडन किया गया वही इस दिए बयान को लेकर कड़ा काटा निवासी धनीराम व उनके साथियों ने कहा कि सुनी सुनाई बातो को लेकर जो बयान दिया गया उसे लेकर गाव के प्रमुखो के सामने में सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और उन्होंने कहा कि सुनी सुनाई बातो को लेकर हमारे द्वारा बयान दिया गया था जबकि गांव में आयोजित आदिवासी दिवस समारोह में ऐसी कोई बातचीत नही हुई थी गांव में आयोजित कार्यक्रम में समाज प्रमुखो की बैठक में 18 पंचायत के युवा आयोजन समिति के अध्यक्ष, गांवों के पुजारी व ग्रामीण ज़न उपस्थित रहे।