जगदलपुर
प्रदेश में चिटफंड कंपनी में फंसी निवेशकों की जमा पूंजी वापस दिलाने एवं अभिकर्ता के ऊपर प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होने को लेकर बस्तर संभाग अभिकर्ता उपभोक्ता सेवा संघ के द्वारा अध्यक्ष छेदिनाथ कश्यप सचिव नरेंद्र साहू उपाध्यक्ष अर्जुन कश्यप एवं जिले भर से पहुंचे हुए तमाम अभिकर्ताओं ने बस्तर कलेक्टर हरीश एस एवं बस्तर पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिंहा को ज्ञापन देते हुए निवेशकों एवं अभिकर्ताओं की समस्याओं से अवगत कराया।साथ ही संगठन ने बस्तर एसपी श्री सिंहा को यह जानकारी बताया कि जिले के थाना क्षेत्र अंतर्गत चिटफंड कंपनियों में जमाधान निवेश करने वालों को तथाकथित लोगों के द्वारा अपना पार्टी पहुंच बताकर भड़काया जा रहा है जिससे निवेशक आक्रोश में आकर अभीकर्ता के घर द्वार पहुंचकर डराने धमकाने एवं अभद्र बातचीत करते हुए अभिकर्ता को परेशान किया जा रहा है जबकि सन् 2019 में प्रशासनिक आदेश में यह साफ-साफ उल्लेख किया गया है की अभिकर्ता के ऊपर किसी प्रकार का कार्यवाही नहीं किया जाए। क्योंकि यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है पिछली सरकार ने प्रदेश के कुछ जगहों पर निवेशकों का पैसा वापस भी कराई मगर वर्तमान सरकार की घोषणा पत्र क्रमांक 17 में उल्लेख होने के बावजूद भी आज तक चिटफंड कंपनी के निवेशकों के संबंध में किसी तरह का कोई पहल नहीं किया गया है जिस पर प्रदेश की जनता की आश टिकी हुई है। वहीं बस्तर आदिवासी बाहुल्य की बात की जाए तो बस्तर संभाग में ही करोड़ों रुपए चिटफंड में फंसी हुई है और अभिकर्ता एवं निवेशक के बीच में आज आपसी संबंध की मधुरता में कमी आती प्रतीत हो रही है समय सीमा पर अगर भाजपा की सरकार निवेशकों का जमा पूंजी वापस करने में मदद करती है तो यह बस्तर हित एवं प्रदेशहित में देखा जा सकता है और अभिकर्ताओं एवं निवेशकों को काफी राहत भी मिल सकती है। साथ ही संगठन के अध्यक्ष छेदिनाथ कश्यप ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया की यदि सरकार घोषणा पत्र में किया हुआ वादा पूरा नहीं करती है तो आगे निवेशक एवं अभिकर्ताओं के द्वारा उग्र आंदोलन की तैयारी की जाएगी।