बस्तर 10-09-2023
बस्तर में जो भी वैध रेत खदाने है उन पर तला लग चुका है जल भराव की समस्या के कारण खदानों से रेत निकालना नामुमकिन हो चुका है रेत माफिया के द्वारा स्टॉक किया हुआ रेत 5 से 10 हजार तक मंहगा मिल रहा है वो भी गैर कानूनी रूप से रेत माफिया की चांदी हो चुकी है पूरे बस्तर संभाग में रेत की कमी हो चुकी है प्रशासन दौरा भी रेत माफिया के खिलाफ भारी कदम उठाया जा रहा है निर्माण कार्यों में भी आ रही समस्या समस्या को देखते हुए भी शासन मूक बन के बैठी हुई है शासन दौरा ये बात कही गई कि आने वाले समय में बस्तर में अन्य खदाने भी संचालित की जा सकती है जिससे माफिया पर और सख्ती की जा सकती है
बाजार तय करता है दाम सरकारी नियंत्रण नहीं
सवाल: रेत की कीमतें बढ़ रही हैं, इस पर नियंत्रण क्यों नहीं हो रहा है?
जवाब: मार्केट में रेत की कीमतें सप्लाई और डिमांड के अनुसार तय होती है। इसमें सरकारी हस्तक्षेप नहीं है।
सवाल: रेत का स्टॉक किया जा रहा है, इसकी कोई लिमिट है?
जवाब: नियमों के तहत रेत की स्टॉक की अनुमति दी गई है। रेत का स्टॉक करना गैरकानूनी नहीं है।
सवाल: रेत कब तक सस्ती होगी?
जवाब: हमने रेत उपलब्धता बढ़ाई है। 40 खदानों को पर्यावरण की मंजूरी मिल गई है इससे पिछले कुछ सालों की तुलना में इस बार रेत सस्ती है।
रोजाना 500 ट्रक की बस्तर में रोजाना सप्लाई होती है।
शहर में रेत का कारोबार करने वाले करीब 200लोग हैं।