जगदलपुर
देश भर के ओबीसी वर्ग को दिय गए आरक्षण लाभ पर अब .उच्चतम न्यायालय के जजों द्वारा एक विचार रखा गया है जिसमे एसटी और एससी वर्गों के लोगो को भी आरक्षण में दिये गए प्रावधानो को बदलने पर केवल विचार रखे जाने के मामले को लेकर बस्तर सांसद ने प्रतिक्रिया दी है उन्होंने कहा कि क्रीमीलेयर नान क्रीमीलेयर पर कोई फैसला नही लाया गया है लेकिन अब इस मामले को लेकर कुछ तथा कथित संघठनों द्वारा पूरे देश मे सविधान बदलने को लेकर भारत बंद भी बुलाया था और देश सहित समाज के लोगो को भर्मित करने का काम किया था ..और समाज को एक अलग संदेश देने का काम किया था जिससे अब देश जान चुका है… वंही सांसद बस्तर ने कहा कि
जनजाति के लोग क्रीमीलेयर का अर्थ को नही समझ पाए..और उन्हें भटकाने का काम कुछ लोगो द्वारा किया जा रहा है.. और माननीय सुप्रीम कोर्ट के जजों द्वारा किये गए विचार को
कुछ तथा कथित लोग क्रीमीलेयर का अर्थ को तोडमोड कर पेश कर रहे ..जबकि क्रीमीलेयर कानून लागू होगा तो अतिपिछड़ा जनजाति के लोगो को आरक्षण का लाभ मिलने लगेगा और जो भर्म फैलाने वाले लोग वंचित हो जाएंगे..यही कारण है कि इस कृमिलियार को लोग अच्छे से समझ नही पा रहे हैं और कुछ लोगो के झांसे में आकर इस प्रकार का भ्रम फैला रहे हैं… साथ ही कहा कि ओबीसी वर्ग को 8 लाख के दायरे में आने के बाद उनका आरक्षण खत्म हो जाने पर अब एससी और एसटी वर्ग के लोगो को कुछ लोग जो खुद आरक्षण का लाभ ले रहे हैं उन्हें डराया और धमकाया जा रहा है जो कि गलत है.. सविधान को कोई नही बदल सकता हैं और ना ही बदला जाएगा।