जगदलपुर
जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा स्थित जिला अस्पताल में मोतियाबिंद ऑपरेशन में लगभग 10 लोगों की आँखों में इंफेक्शन होने की जानकारी प्राप्त हुई जिन्हें राजधानी रायपुर स्थित डॉ. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल मेकाहारा रिफर किया गया घटना को गंभीरता से लेते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल के संयोजकत्व में छ:सदस्यीय जाँच समिति का गठन किया आज समिति के सदस्यों द्वारा दंतेवाड़ा स्थित जिला अस्पताल का सघन दौरा कर विलंब ना करते हुए अस्पताल प्रबंधन से भेंट-चर्चा करते हुए घटना की वस्तुस्थिति से अवगत हुए
बस्तर विधायक श्री लखेश्वर बघेल ने कहा की दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में मोतियाबिंद ऑपरेशन के दौरान अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा भारी लापरवाही बरती गई है वह कमरा भी कई दिनों से बंद था यहां तक कि उसे सैनीटाइज भी नहीं किया गया था ऑपरेशन थियेटर में फंगस वाला वायरस फैलने के कारण मोतियाबिंद ऑपरेशन किए जाने के बाद कई मरीजों की आंखों में संक्रमण फैल गया इससे कई मरीजों को दिखना भी बंद हो गया जिन मरीजों की आंखे खराब हुई हैं, उनका बेहतर इलाज किया जाए और उन्हें उचित मुआवजा भी दिया जाए”
पूर्व जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन ने कहा की छत्तीसगढ़ में 22 सितंबर 2011 को सरकारी महकमे की लापरवाही की वजह से 50 से ज्यादा लोगों की आंखों की रोशनी चली गई थी सितंबर 2011 में छत्तीसगढ़ के बालोद बागबाहरा और राजनांदगांव में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कैंप लगाया गया था, जहां इसी तरह से फंगस वाला इन्फेक्शन ऑपरेशन थिएटर में फैल गया. इसके बाद 50 से ज्यादा मरीजों की आंखों में दिखाना बंद हो गया था
पूर्व विधायक दंतेवाड़ा देवती महेंद्र कर्मा ने कहा की दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय सिविल अस्पताल से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को अस्पताल से काफ़ी उम्मीद रहती हैं लेकिन कुछ महीनों से आये दिन कुछ ना कुछ शिकायत आती रहती हैं पिछले बीजेपी शासन के दौरान भी यही हुआ था मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का सुशासन बेकार और असफल साबित हुआ है
इस दौरान मौजूद रहे जाँच समिति संयोजकत्व श्री लखेश्वर बघेल, सदस्य रेखचंद जैन, सदस्य श्रीमती देवती महेंद्र कर्मा, सदस्य विमल सुराना, जिला पंचायत सदस्य सुलोचना कर्मा, महिला अध्यक्ष इंद्रा शर्मा, प्रदेश सचिव श्री दिनेश यदु, जितेंद्र तिवारी, राजेश कुमार, तुलसीराम ठाकुर, एवं समस्त कार्यकर्त्तागण व ग्रामवासी उपस्थित रहे