जगदलपुर
3 दशकों से प्रदेश और बस्तर के लिए सर दर्द बना माओवाद संगठन अब धीरे धीरे कमजोर होता जा रहा है..24 साल के संघर्ष में अब सफलताये भी जवानो को लगातार मिल रही है.. माओवादियों के कब्जे वाले कई इलाको को भी मुक्त जा रहा है…यही कारण है कि माओवादियों के बड़े लीडर या तो मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं या फीर आत्म समर्पण कर रहे हैं… और सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव के चलते ही संभाग के दो जिला नक्सल मुक्त हो गया है… बस्तर आई जी सुन्दर राज पी ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा किये जा रहे अंदरूनी इलाकों में विकास कार्यों और सुरक्षा बलों द्वारा चलाये जा रहे ऑपरेशन से बस्तर और कोंडागांव जिलों में काफी हद तक घटनाये नही हुई है.. और बस्तर- व कोंडागांव में सक्रिय माओवादी काफी हद तक खत्म हो चुके हैं.. और दोनो जिलो के कई कमेटी भी ख़त्म हो चुकी है.. जिसके कारण ही अब दोनो जिला लगभग नक्सल मुक्त हो गया है और संभाग के कई जिलों में सुरक्षा बलों के द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन और सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं सहित अंदरूनी क्षेत्रों में किए जा रहे विकास कार्यों से आने वाले दिनों में कई जिले भी नक्सल मुक्त किये जायेगे।