अंबिकापुर8 घंटे पहले
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रामानुजगंज-वाड्रफनगर मार्ग पर बहा पुल का एप्रोच।
उत्तर छत्तीसगढ़ में दो दिनों से हो रही तेज बारिश में बलरामपुर जिले के रामानुजगंज-वाड्रफनगर में पुल का एप्रोच रोड बह गया। इस कारण मार्ग पर आवागमन बंद कर यातायात को डायवर्ट कर दिया गया है। वहीं सूरजपुर जिले के रेवटी क्षेत्र की आधा दर्जन गांवों को बनारस मुख्यमार्ग से जोड़ने वाली सड़क बह गई है। इस क्षेत्र के लोगों को घूमकर जाना पड़ रहा है।
उत्तर छत्तीसगढ़ में अवदाब के असर से पिछले दो दिनों से अच्छी बारिश हो रही है। बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। मूसलाधार बारिश के बीच रामानुजगंज-वाड्रफनगर मुख्य मार्ग पर महावीरगंज के पास उड़ो नाला का एप्रोच रोड बह गया। पुल के पास रात करीब एक बजे एप्रोच बहने से करीब 8 फुट चौड़ा गड्ढा बन गया है, जिसकी गहराई 10 फुट है। इस दौरान कोई वाहन मौके से नहीं गुजरा, जिससे हादसा टल गया।
डायवर्ट किया गया आवागमन
पुल का एप्रोच बह जाने की सूचना लोगों ने विजयनगर पुलिस चौकी को दी। विजयनगर पुलिस द्वारा जवानों को दोनों ओर तैनात किया गया है। सभी वाहनों को महावीरगंज चौक से रामचंद्रपुर मार्ग होते हुए डायवर्ट किया गया है। इसके कारण वाहनों को अतिरिक्त करीब 7 किलोमीटर का सफर करना पड़ रहा है।
पीडब्लूडी पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय लोगों ने बताया कि चार माह पूर्व भी बारिश के दौरान एप्रोच रोड का एक बड़ा हिस्सा कट गया था, जिसे पीडब्लूडी ने भरवा दिया था। इस दौरान लाखों रुपये खर्च कर रामानुजगंज -वाड्रफनगर मार्ग की मरम्मत भी कराई गई थी। एप्रोच रोड के कार्य में लापरवाही के कारण दोबारा एप्रोच बारिश में बह गया। पीडब्लूडी के ईई एसके गुप्ता ने कि मार्ग को बारिश के बाद जल्द सुधार लिया जाएगा।
रेवटी के पास बारिश में बह गई सड़क
रेवटी में बह गई सड़क
वहीं सूरजपुर जिले के रेवटी में बारिश के कारण आधा दर्जन गांवों को बनारस मुख्यमार्ग से जोड़ने वाली सड़क ही बह गई। यहां मार्ग में गड़हईया नाले पर बने पुल में कचरा भर गया था। तेज बारिश के कारण पानी सड़क के उपर से बहने लगा और रात में सड़क का एक बड़ा हिस्सा बह गया।
यह मार्ग रेवटी सहित गोविंदपुर, धूमाडांड, बड़वार, रमकोला, नरोला सहित अन्य गांवों को बनारस मुख्य मार्ग से जोड़ती है। सड़क का बड़ा हिस्सा बह जाने के कारण मार्ग से आवागमन ठप हो गया है। लोगों को परसापारा होकर मुख्यमार्ग तक पहुंचना पड़ रहा है, जिससे अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। यहां किसानों की फसल को भी नुकसान हुआ है।